तेरी जय हो मोहन राम

तेरी जय हो मोहन राम

तेरी जय हो ........


जंगल में मंगल करदे जो लेता तेरा नाम

तेरी जय हो मोहन राम

बाबा इंद्रासन से आया, खोली में आसन लगाया

तेरी अद्भुत देखी माया, मेरे ऐसे हैं घनश्याम

तेरी जय हो.......


जो तेरे जोहड़ ने छांटे, खुश होकर शक्कर बांटे

जो तेरे जोहड़ ने छांटे, खुश होकर हलवा बांटे

तू सबके दुखड़े काटे

मेरे ऐसे मोहन राम

तेरी जय हो ........


तेरी भरी जलहरी देखी तेरी माया न्यारी देखी

तेरी लगी कचहरी देखी, सुख से बसो मिलकपुर धाम

तेरी जय हो ........

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